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26 देशों में 20 लाख लोगों के लिए काम करने वाली इस्लामिक चैरिटी बंद; इमरान बोले- एकजुट हों मुस्लिम देश

फ्रांस में हिस्ट्री टीचर की हत्या के बाद सरकार ने इस्लामिक संस्थाओं पर शिकंजा कसना काफी तेज कर दिया है। बुधवार को यहां बाराकासिटी नाम के एक इस्लामिक चैरिटी ऑर्गनाइजेशन को बंद कर दिया गया। यह संस्था 26 देशों में करीब 20 लाख लोगों के लिए काम करती थी। फ्रांस सरकार और राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों ने कुछ दिन पहले कहा था कि इस्लामिक कट्टरपंथ पर सख्ती से प्रहार किया जाएगा। दूसरी तरफ, फ्रांस में इस्लाम के अपमान के विरोध में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का बयान भी आया। उन्होंने कहा- फ्रांस में इस्लामाम के खिलाफ जो कुछ हो रहा है, उसके विरोध में सभी मुस्लिम देशों को एक हो जाना चाहिए। संस्था ने खुद दी जानकारी बाराकासिटी ने अपने ट्विटर अकाउंट पर बताया कि फ्रांस सरकार ने इस चैरिटी ऑर्गनाइजेशन को तुरंत प्रभाव से बंद कर दिया है। उसने ये भी कहा कि वो अब उस देश से ऑपरेट करना पसंद करेगी जहां उसे राजनीतिक शरण मिलेगी। संस्था के फाउंडर इदरिस शिमेदी ने तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोआन से मदद मांगी है। इदरिस ने ट्वीट में कहा- मैं और मेरी टीम आपके देश में राजनीतिक शरण लेना चाहते हैं। क्योंकि, फ्रांस में ह...

ट्रम्प ने कहा- बाइडेन पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप, सोशल और मेन स्ट्रीम मीडिया इन्हें दबाने में लगा

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मीडिया पर आरोप लगाया है कि वो डेमोक्रेट कैंडिडेट जो बाइडेन पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को तवज्जो नहीं दे रहा। ट्रम्प के मुताबिक, मेनस्ट्रीम, प्रिंट और सोशल मीडिया बाइडेन के करप्शन को उजागर नहीं कर रहे हैं। ट्रम्प ने कहा- यह अनुभव बताता है कि अमेरिका में मीडिया को दबाने की कोशिश हो रही है। यह पहली बार नहीं है जब ट्रम्प ने मीडिया को लेकर नाराजगी जाहिर की हो। कुछ दिन पहले उन्होंने कहा था कि मैं सोशल मीडिया के जरिए अपनी बात सही तरीके से लोगों तक पहुंचाने की कोशिश करता हूं क्योंकि मेनस्ट्रीम मीडिया पक्षपात कर रहा है। मीडिया पर तंज एरिजोना की एक रैली में ट्रम्प ने कहा- एक व्यक्ति जो फंस चुका है, आरोपों से घिरा है। मीडिया उसके बारे में नहीं लिखना चाहता। वे लोग इसे मीडिया की आजादी बताते हैं, लेकिन खुद ही इसे दबाने में लगे हैं। ट्रम्प का इशारा जो बाइडेन के बेटे हंटर की तरफ था। हंटर पर रिपब्लिन पार्टी और ट्रम्प करप्शन के आरोप लगाते रहे हैं। ट्रम्प का आरोप है कि ओबामा के दौर में जब बाइडेन उप राष्ट्रपति थे तब और उसके बाद भी हंटर को रूस, चीन और यूक्रेन से पैस...

फ्रांस के बाद जर्मनी में सख्त लॉकडाउन की तैयारी, चीन में दो महीनों में सबसे ज्यादा मामले

दुनिया में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 4.44 करोड़ से ज्यादा हो गया है। 3 करोड़ 27 लाख 02 हजार 064 मरीज रिकवर हो चुके हैं। अब तक 11.78 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। ये आंकड़े https://ift.tt/2VnYLis के मुताबिक हैं। फ्रांस के बाद जर्मनी में सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। यहां सरकार ने आंशिक लॉकडाउन लगा दिया है। लेकिन, मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि जल्द ही सख्त लॉकडाउन लगाया जा सकता है। जर्मनी में भी सख्त प्रतिबंधों की तैयारी यूरोप के देश संक्रमण की दूसरी लहर से जूझ रहे हैं। फ्रांस ने एक महीने का सख्त लॉकडाउन लगाया। जर्मनी ने पार्शियल यानी आंशिक लॉकडाउन का ऐलान किया। लेकिन, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि जल्द ही एंजेला मर्केल सरकार सख्त लॉकडाउन लगाने जा रही है। इसकी वजह देश में बढ़ता संक्रमण और लोगों का सावधानी न बरतना है। सरकार की कोशिश है कि संक्रमण एक घर से दूसरे घर तक न पहुंच सके। 10 लोगों से ज्यादा एक स्थान पर नहीं जुट सकेंगे। कुल 16 शहरों में सख्त प्रतिबंध रहेंगे। सरकार ने कहा है कि बहुत जरूरी न होने पर लोग यात्रा करने से बचें। इसकी वजह से दिक्कतें बढ़ ...

व्यक्तित्व विकास के नाम पर सेक्स स्लेव बनाने वाले को 120 साल की जेल; 13 करोड़ जुर्माना

अमेरिका में एनएक्सआईवीएम सेक्स पंथ के फाउंडर कैथ रेनियर को 120 साल की सजा सुनाई गई है। कोर्ट ने 13 करोड़ रुपए का जुर्माना भी लगाया। कानून द्वारा जुर्माने की यह अधिकतम सीमा है। रेनियर को सेक्स ट्रैफिकिंग, चाइल्ड पोर्नोग्राफी सहित कई मामलों में मंगलवार को सजा सुनाई गई। रेनियर महिलाओं को कम खाना देता था और यौन गुलाम बनाता था। उनके शरीर पर पहचान या फैशन के लिए हमेशा रहने वाले विभिन्न तरह के निशान या टैटू बनवाता था। अमेरिकी जिला जज निकोलस गरौफिस ने ब्रूकलिन में सुनवाई की, जहां एनएक्सआईवीएम के 15 पूर्व सदस्यों ने रेनियर के खिलाफ अपनी बात रखी। सुनवाई के बाद गरौफिस ने कहा, ‘पीड़ितों ने जो दर्द सहा है उसको कोई शब्द बयां नहीं कर सकता।’ 2018 तक इस पंथ में 16 हजार से ज्यादा लोग शामिल हुए थे। एनएक्सआईवीएम: 5 दिन के एंट्री कोर्स की फीस 2 लाख रुपए रेनियर ने 1998 में एनएक्सआईवीएम नाम की मल्टीलेवल मार्केटिंग कंपनी बनाई। इसके जरिए वह लोगों को व्यक्तित्व और व्यावसायिक विकास की ट्रेनिंग देता था। इसमें डॉस नाम की एक सीक्रेट सोसाइटी के लिए रिक्रूटमेंट होता था। ग्रुप दावा करता था कि यह लोगों को उनके डर, नि...

पिछली बार ट्रम्प की जीत का फैक्टर बने थे, अब बाेले-मेरे कारण ट्रम्प जीते तो दुख होगा

अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए हो रहे चुनाव में होवी हॉकिंस ग्रीन पार्टी के उम्मीदवार हैं। िपछले चुनाव में वे ट्रम्प की जीत का फैक्टर बने थे। उनकी पार्टी को 50 में से 46 राज्यों के मतपत्रों में प्रतिनिधित्व प्राप्त है। हालांकि इस बार वे ट्रम्प और बाइडेन दोनाें के विरोध में हैं। वे मानते हैं कि दोनों उम्मीदवारों की पार्टियां जनहित में काम में सक्षम नहीं हैं। पढ़िए रितेश शुक्ल से उनकी चर्चा के संपादित अंश : पूरा चुनाव ट्रम्प-बाइडेन पर केंद्रित है, फिर आपकी पार्टी कहां खड़ी है? रिपब्लिकन हो या डेमोक्रेट, दोनों पार्टियां कॉर्पोरेट अमेरिका और युद्ध उद्योग की हिमायती हैं। मीडिया भी इनका माउथपीस बनकर रह गया है। आज चर्चा का बड़ा मुद्दा यह है कि बाइडेन और ट्रम्प में से कौन अमेरिका के लिए बेहतर है। मैं कहता हूं कि पहले यह तो तय हो कि अमेरिका कौन है। कॉर्पोरेट और वॉर मशीनरी से जुड़े व्यापारी अमेरिका हैं तो बाइडेन बेहतर हैं क्योंकि उनका व्यवहार सभ्य है। पर पॉलिसी के स्तर पर तो ट्रम्प-बाइडेन में अंतर है ही नहीं। आपकी नजर में अमेरिका कौन है? हम किराए के मकान में रहने वाले लोगों, मध्यवर्गीय...

पोलिंग बूथ हटाए जा रहे, फर्जी ड्रॉप बॉक्स रखे और गलत बैलेट पेपर भेज हो रही धांधली

कोरोना के कारण इस बार अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में 7 करोड़ लोग पहले ही वोट डाल चुके हैं। यह 2016 में पड़े कुल वोट का 50% है। इन सबके बीच चुनाव को प्रभावित करने की कोशिशें शुरू हो गई हैं। राज्य सरकारें फाइनल वोटिंग से पहले उन जगहों से पोलिंग बूथ हटवा रही हैं, जहां उन्हें खुद की पार्टी के जीतने की संभावना कम दिखती हैं। मतदाताओं को बड़ी संख्या में गलत मतपत्र भेजे जा रहे हैं। फर्जी बैलेट ड्रॉप बॉक्स लगाने की भी खबरें आई हैं। यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया के पॉलिटिकल साइंस के प्रोफेसर ए. शिक्लर बताते हैं कि आज की परिस्थिति में विदेशी ताकतों से ज्यादा खतरा देश में पनप रही उद्दंडता से है। पूरी कोशिश हो रही है कि ज्यादा से ज्यादा लोग वोट न दे पाएं। वहीं एबसेंटी बैलेट के कानून ऐसे हैं कि वे भी तकनीकी कारणों से खारिज किए जा सकते हैं। टेक्सास जैसे रिपब्लिकन राज्यों की सरकारों ने हर काउंटी में एक ही पोलिंग स्टेशन का कानून बनाया है। यह स्पष्ट करता है कि लोगों के वोट डालने के रास्ते में अड़चनें पैदा की जा रही हैं। ये वोटर्स को दबाने, वोट देने से रोकने और प्रक्रिया में बाधा डालने जैसे कदम हैं। यहीं नह...

कोरोना काल में बढ़े यूजर्स, हम हर दिन औसतन 7 घंटे इंटरनेट पर बिता रहे; दुनिया का वक्त जोड़ें तो हर रोज 10 लाख साल

दुनिया की आबादी करीब 800 करोड़ है। इनमें से 466 करोड़ लोग यानी करीब 60% आबादी इंटरनेट चला रही है। इनमें से 70 करोड़ भारत में हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना काल में लोग इंटरनेट पर ज्यादा वक्त बिताने लगे हैं। इंटरनेट यूजर्स का स्क्रीन टाइम करीब एक घंटा बढ़ गया है। आज हम हर दिन औसतन 7 घंटे इंटरनेट पर बिता रहे हैं। अगर पूरी दुनिया का इंटरनेट पर बिताया जाने वाला वक्त जोड़ें, तो यह हर दिन 10 लाख साल के बराबर होता है। दुनिया इंटरनेट यूजर्स 1 साल में 32.1 करोड़ यानी 7.4% बढ़े। दुनिया की आबादी 1% बढ़ी। 18 करोड़ लोग जुलाई से सितंबर तक सोशल मीडिया से जुड़े, यानी हर दिन करीब 20 लाख। भारत इंटरनेट यूजर्स एक साल में 23% बढ़े। ज्यादातर इंटरनेट यूजर्स की उम्र 16 से 64 साल। 91% यूजर्स अपने मोबाइल पर इंटरनेट चलाते हैं। अन्य लोग कंप्यूटर या अन्य साधनों पर चलाते हैं। दुनिया में हर सेकंड 14 लोग इंटरनेट से जुड़ते हैं 2.29 घंटे हम औसतन रोज सोशल मीडिया पर बिता रहे हैं। अक्टूबर 2019 से अक्टूबर 2020 तक 45 लाख से ज्यादा यूजर्स सोशल मीडिया पर एक्टिव हुए हैं। इसमें सालाना 12% की ग्रोथ दर्ज की गई है। ह...